मुनव्वर अली*
सिंगरौली--- उर्जाधानी के नाम से प्रसिद्ध सिंगरौली जहाँ कई कोयला परियोजनाओं के साथ पावर प्लांट स्थापित है,तथा कई छोटी बड़ी कम्पनिया स्थापित है जो सिंगरौली में लगातार प्रदूषण फैलाने का काम कर रही है।आज दिल्ली से भी बत्तर हालत सिंगरौली की हो चुकी है।जिला सिंगरौली में इन दिनों दमा, खासी, ब्लेड प्रेसर, सुगर,के मरीजो की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है,लेकिन सिंगरौली के नेता कान में तेल डाले गहरी नींद में सो रहे है।
वही सिंगरौली के ही वरिष्ट अधिवक्ता आन रिकार्ड सुप्रीम कोर्ट अश्वनी कुमार दुबे द्वारा सिंगरौली में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जताते हुए इंडिया गेट दिल्ली एवं विदेशो में सिंगरौली को प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए पैदल मार्च कर शासन एवं प्रशासन तक सिंगरौली की आवाज पहुचाने का काम किया है।सिंगरौली वासी सदैव अश्वनी दुबे का आभारी रहेगा।
आज हम बात कर रहे है नगर पालिक निगम सिंगरौली की जहा एक दुकानदार की भट्ठी हटाने में पसीना छूट रहा रहा है।
राज माता चुन कुमारी स्टेडियम के पश्चिम की ओर स्थित चिकन चिल्ली की दिल्ली दरबार मे तन्दूर लगाया है जो दो हजार मेगावाट से कम धुंआ नही देता, जिससे पूरा स्टेडियम धुंए से भर जाता है जिससे खेलते बच्चो को खासी एवं दम घुटता है जिसकी शिकायत अतिक्रमण प्रभारी आई डी सिंह को भी दी गई अपने मातहत कर्मचारी को तत्काल हटाने का निर्देश भी दिया गया वही कर्मचारी का कहना है कि नोटिस दे दी गई है। विचारणीय पहलू यह है कि ठेला गोमती हटाने के लिए नोटिस की आवश्यकता नही पड़ती और एक तन्दूर को बंद करने के नोटिस की आवश्यकता पड़ रही है।
कल जब खिलाड़ी दिल्ली दरबार के दुकानदार से जाकर मना करने लगे कि धुंआ बन्द कर दो खेलने में दम घुटता है तो दुकानदार का साफ शब्दों में कहना था कि हमे तन्दूर जलाने के लिए नगर पालिक निगम से अनुमति मिली है।अगर उक्त दुकानदार कोअनुमति सही माने में मिली है तो एक तन्दूर स्टेडियम के अंदर भी होना चाहिए खिलाड़ी पूरी तरह से दमा खासी के मरीज बन जाये।
नगर पालिक निगम सिंगरौली के आयुक्त से सिंगरौली के खिलाड़ियों ने उक्त सभी दुकानदारों से तन्दूर हटाने की मांग की है।