गौतम बुद्ध नगर के बिसरख थाना क्षेत्र में नकली सीमेंट की फैक्ट्री संचालित की जा रही थी जिसके सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर मौके से नकली सीमेंट बरामद की पुलिस ने उस छापेमारी कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है जिसके बाद उनसे पूछताछ में पता चला कि नकली सीमेंट का यह कारोबार कई और जगहों पर भी चल रहा है और सब का नेटवर्क एक ही फैक्ट्री से जुड़ा हुआ है इसके बाद कई जगह छापेमारी कर अलग-अलग जगहों से दर्जनों गिरफ्तारियां की गई आरोपियों के कब्जे से कुल 4000 नकली सीमेंट की बोरी 9000 खाली सीमेंट के कट्टे 17 बंडल कट्टा सिलने वाला ,4 ट्रैक्टर, 3 इलेक्ट्रॉनिक कांटा ,8 चलना ,11फावड़ा ,दो बेलचे 14तसले तीन मोटरसाइकिल एक मोबाइल एक सीमेंट पीसने वाली चक्की सात बड़ा नोजल सीमेंट को बोरे में भरने वाला बरामद किया गया है इनके अलावा इसमें जो गिरफ्तारियां हुई है उसमें आलोक जैन निवासी रुद्रपुर उत्तराखंड ,छोटू निवासी बिहार ,राजगीर निवासी मुरादाबाद ,संतोष निवासी वाराणसी ,हरीराज निवासी गाजियाबाद, हरेंद्र निवासी ग्रेटर नोएडा ,सुनील निवासी दिल्ली ,सुनील कुमार ग्रेटर नोएडा ,जयंती निवासी गाजियाबाद, दीपू व तामील निवासी मेरठ, विष्णु निवासी बागपत को गिरफ्तार किया गया है अभी भी कई आरोपी फरार चल रहे हैं ऐसे आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि वह इस तरह बनाते थे नकली सीमेंट नकली सीमेंट बनाने के लिए सबसे पहले व एनटीपीसी से राख खरीदते थे उसके बाद राजस्थान से खरीदी गई डस्ट को मिलाते थे डस्ट मिलाने के बाद यदि उसमें कोई कमी रह जाती थी तो उसमें पाउडर मिला देते थे इसके बाद मिलावट कर बनाई गई सामग्री को मशीन में मिक्स किया जाता था मशीन से तैयार होने वाली नकली सीमेंट को नामी गिरामी सीमेंट की कंपनियों की बोरियों में भरकर बाजार में बेचा जाता था उनकी सीमेंट से पांच राज्यों में हजारों पर बनाई जा चुकी है