रोशन लाल यादव को विस्थापित बेरोजगारों ने दिखाया गो बैक का होल्डिंग



शक्तिनगर/सोनभद्र| एनसीएल खड़िया परियोजना के अंतर्गत कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनी वीपीआर मे नौकरी को लेकर विस्थापितो का नेता बनने की होड़ लग गयी है| विस्थापितो के नाम पर रोटी सेकने को लेकर मलाई खाने के लिए बाहरी नेता भी सक्रिय हो गए हैं| विस्थापितो को नौकरी दिलाने के लिए सोनान्चल संघर्ष वाहिनी के संयोजक रोशनलाल यादव ने धरना व ज्ञापन का कार्यक्रम रखा था परंतु स्थानिय विस्थापित बेरोजगारो को जब ईसकी भनक लगी तो सभी विस्थापित बेरोजगार नौजवान एकत्रित होकर रोशनलाल यादव का विरोध करने लगे|

विस्थापित युवा नेता मुकेश सिन्ह ने बताया कि बाहरी व्यक्ति सिर्फ़ और सिर्फ़ विस्थापितो के नाम पर अपनी रोटी सेन्क रहे है और कोटा के नाम पर बाहरी लोगों को नौकरी लगवा रहे हैं|  सोनान्चल संघर्ष वाहिनी के संयोजक रौशनलाल यादव पहले भी विस्थापितो को नौकरी दिलाने के लिए धरना दिए थे परंतु विस्थापितो को मिला सिर्फ़ झुनझुना और खुद मलाई खाने मे व्यस्थ रहे|

रवीवार को दोपहर मे स्थानिय विस्थापितो व सोनान्चल संघर्ष वाहिनी के कार्यकर्ताओ के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी रही जब एडवोकेट रौशनलाल यादव का विरोध स्थानिय बेरोजगारो ने करना शुरू कर दिया| मौके पर बेरोजगारो द्वारा रौशनलाल यादव गो बैक के नारे भी लगाए गए और स्थानिय विस्थापितो को मुर्ख मत समझो के नारे भी लगे| वीपीआर कम्पनी का टेन्डर होते ही बरसाती मेढक के रूप मे विस्थापितो के नेता टर्राने लगे हैं और कोटा पाने को लेकर उतावले नजर आ रहे हैं| पुर्व मे भी एडवोकेट रौशनलाल यादव द्वारा नौकरी के नाम पर धरना-प्रदर्शन किया गया लेकिन विस्थापितो को नौकरी के नाम पर ठेन्गा मिला और मलाई रौशनलाल यादव चट कर गए|