खड़िया परियोजना के न्यू वर्कशॉप में डीजल चोरी पकड़े जाने का मामला प्रकाश में आया है।इसके पहले वीते सप्ताह भी इसी प्रोजेक्ट में डीजल चोरी का मामला सुर्खियों में छाया हुवा था।पुलिस अधीक्षक सोनभद्र के सख्ती के वावजूद (सीकेडी) की कारगुजारी रुकने का नाम नही ले रही है।
सूत्रों पर भरोसा करें तो एनसीएल में प्राइवेट सिक्योरिटी सप्लाई करने वाले ठेकेदार की मिलीभगत से डीजल चोरी का काला कारोबार धड़ल्ले से जारी है।
पता चला है कि हेड क्वार्टर की टीम को इस चोरबाजारी की सूचना किसी ने दी थी।जिसके आधार पर वीती रात टीम द्वारा छापा मारा गया। जिसमें 4 डीजल चोर मौके से अंधेरे का फायदा उठाते हुए जंगल मे भाग गए। टीम को मौके से 8 गैलन डीजल के डब्बे जो डीजल चोर छोड़कर फरार हो गए थे वह बरामद हुवा। जिसमे 2 गैलन भरा हुआ बाकी 6 गैलन खाली थे।
इसके साथ डीजल निकालने वाला उपकरण व चोरी करने का सामान बरामद हुआ है।
खड़िया परियोजना के सुरक्षा विभाग ने दो गैलन भरा हुआ डीजल शक्तिनगर पुलिस को सौंपाते घटना की सूचना दी है।इसके बाद शक्तिनगर पुलिस जाच में जुटी गयी है।
सुत्र के अनुसार खड़िया के डीजल माफिया का नाम दबी जुबान से लोग लेरहे है जो चर्चा का विषय बन गया है।
बताया जा रहा है कि निजी सुरक्षा एजेंसी के ठीकेदार और डीजल माफिया के आपसी गठजोड़ का ही नतीजा एनसीएल की परियोजनाओ में डीजल चोरी का धंधा धड़ल्ले से जारी है।
स्थानीय नागरिकों ने पुलिस अधीक्षक सोनभद्र का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है।