सुपरटेक केपटाउन सेक्टर 74 पर 293 करोड़ की आरसी जारी होने के बाद निवासियों ने सोसाइटी के मेन गेट पर इकट्ठा होकर रोष जताया। सुपरटेक केपटाउन निवासी एवं भारत जागरूक नागरिक संगठन के अध्यक्ष शैलेंद्र वर्णवाल ने बताया कि वे 3 साल से इस सोसाइटी में रह रहे हैं। सोसाइटी में 4000 फ्लैट में लोग शिफ्ट कर चुके हैं। हम लोगों ने बिल्डर को सारा पेमेंट कर दिया एवं रजिस्ट्री भी करा ली है। बिल्डर को प्राधिकरण का बकाया रकम पहले ही चुका देना चाहिए था। 293 करोड़ में तो लगभग 39 करोड का ब्याज ही है। प्राधिकरण की भी गलती एवं संलिप्तता प्रतीत होता है क्योंकि वह अब तक खामोश क्यों रही हैं इसके पूर्व अधिकारियों ने बकाया रकम की वसूली क्यों नहीं की। इसी सोसाइटी में प्राधिकरण ने बार-बार यहां के मैप एवं लेआउट को मंजूरी दी लेकिन इसके अधिकारियों ने अथॉरिटी के बकाया रकम को वसूलना मुनासिब नहीं समझा। लेय आउट एवं नक्शा बदलने के दौरान इसमें टावर की संख्या उसकी ऊंचाई एवं फ्लैट की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है। लेकिन पूर्वर्ती प्राधिकरण के अधिकारियों ने प्राधिकरण के बकाया रकम के ऊपर कभी प्रश्नचिन्ह नहीं उठाया और ना ही वसूली की। इन अधिकारियों को चिन्हित कर उस पर जिम्मेदारी तय करनी चाहिए। इन्हीं अधिकारियों के कारण यह रकम बढ़कर 293 करोड हो गया है।
शैलेंद्र वर्णवाल ने कहा कि प्राधिकरण वह रकम बिल्डर से ही निकालें, लेकिन किसी भी फ्लैट बायर्स या निवेशक के हित को नुकसान नहीं होना चाहिए। बिल्डर काफी बड़ी मात्रा में फ्लैट का निर्माण कर रहा है इसलिए उसे यह पैसे चुकाने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।अगर फिर भी बिल्डर इस नहीं चुकाता तो प्राधिकरण को कठोर कदम उठाने का अधिकार है। लेकिन किसी भी सूरत में किसी भी निवेशक को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए। इस मौके पर शैलेंद्र वर्णवाल बी के गुप्ता जे के जैन मिस्टर जैरथ आदि मौजूद रहे।