रिपोर्ट ,के सी शर्मा
सिंगरौली।म प्र मध्य प्रदेश शासन बनाम सासन पावर लिमिटेड के बीच हुये अनुबंध के अनुसार प्रबंधन द्वारा कार्यवाही न किये जाने के खिलाफ मूलभूत सुविधाओं से वंचित हर्रहवां, सिद्धिखूर्द, सिद्धिकलां, तियरा, सासन, झांझीटोला, अमहरा, सरईझर, टूसाखांड तथा पिपरा, काम के प्रभावित विस्तापितो ने प्रबंधन के खिलाफ सड़क पर उतरकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है।विस्थापितों के समर्थन में गोड़वाना गणतंत्र पार्टी, आम आदमी पार्टी भी आगई है।उनके नेता भी विस्थापितों के साथ धरना स्थल पर उपस्थित है।
विस्थापितों का कहना था कि सासन पावर लिमिटेड द्वारा "ऐश डैम" का घटिया निर्माण किया गया है जिससे वह क्षतिग्रस्त होने की कगार पर है और राख बांध के टूटने की संभावना है।
विस्थापितो ने बताया है कि प्रबंधन द्वारा आश्वासन दिया गया था कि विस्थापितों के स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, शिक्षा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति की जायेगी परन्तु अभी तक कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है, वही पावर प्लांट के बाउंड्री के किनारे सिद्धिकला से सिद्धिखूर्द लटबुड़वा, गिद्धाखांड़, हर्रहर्वा, भाड़ी मुहल्ले तक जिस सड़क का निर्माण हुआ है वह कीचड़ तथा टूट - फूट के कगार पर है।
आम आदमी पार्टी के नेता संदीप शाह ने बताया कि प्रबंधन द्वारा किये गये करार के अनुसार 18 वर्ष से ऊपर हो चुके विस्थापितों के परिवार को भत्ता दिया जाना था लेकिन न ही रोजगार दिया गया और न ही विस्थापितों को भत्ता दिया जा रहा है।
जिससे वह भूखमरी की कगार पर हैं और बेरोजगारों को कंपनी में काम भी नहीं दिया जा रहा है।
उन्होने कहा कि मिलने वाला भत्ता सरकार के दर पर दिलाया जाय और महीने के हर 10 तारीख को भुगतान किया जाय और विस्थापितों ने मांग की कि जो परिवार भत्ता की पात्रता की श्रेणी में नहीं आते उनसे प्लांट में रोजगार एवं रेगुलर कार्य करवाये जायें।
सरकार की पुनर्वास नीति 2002 के अनुसार 1 डिसमिल से 99 डिसमिल के विस्थापितों को पात्रता की श्रेणी में लाया जाय।
आंदोलनकारियों की मांग थी कि विस्थापित परिवार के बच्चों को डीएव्ही स्कूल सूर्य बिहार में शिक्षा की सुविधा दी जाय एवं समयानुसार कांपी किताब एवं छात्रवृत्ति दी जाय।
विस्थापितों ने वृद्ध पेंशन को एक हजार से बढ़ाकर तीन हजार करने की मांग रखी है और करार के अनुसार विस्थापितों द्वारा बनायी गयी समितियों को ठेके पर काम दिया जाय।
जबकि कंपनी द्वारा समितियों को ठेके पर काम नहीं दिया जा रहा है बल्कि बाहरी ठेकेदारों को काम दिया जा रहा है।
में जितने भी उद्योग संचालित हैं वहां के विस्थापितों के साथ मनमाना अत्याचार किया जा रहा है और शासन की पुनर्वास नीति का कहीं भी पालन नहीं किया जा रहा है और शासन पावर लिमिटेड विस्थापितों को विस्थापित कार्ड तक नहीं दे रहा है और जिसको कार्ड मिला भी है वह सुविधाओं से आज भी वंचित है और सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, भत्ता जैसी मूलभूत सुविधाओं से वे आज भी वंचित हैं और आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती रानी अग्रवाल ने कहा कि गरीब किसानों, ब्राह्मणों की लड़ाई पार्टी हमेशा लड़ती रही है और सासन पावर से विस्थापितों की लड़ाई अंतिम दम तक लड़ी जायेगी ।
अगर नही सुनी गयी तो बन्द होगा सासन पावर का गेट : संदीप
आम आदमी पार्टी के नेता संदीप शाह ने धरना स्थल पर सवाल के जबाब में बात करते हुये कहा कि विस्थापितों के समर्थन में एक महीने से प्रशासन से बात की जा रही है और प्रशासन और कम्पनी प्रबंधन के बीच बैठकर भी वार्ता हुयी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला और पुनर्वास नीति 2002 के अनुसार विस्थापितों को प्रबंधन सुविधाएं देने से मुकर रहा है और विस्थापितों से प्रभावितों की हालत बहुत खराब है वही आम आदमी पार्टी आम आदमी की समस्याओं के समर्थन में हमेशा खड़ी रहती है और सासन पावर से विस्थापित परिवारों की समस्याओं के समाधान के लिए क्रमिक अनशन धरना प्रदर्शन शुरू किया गया है और एक दिन के बाद अगर सासन पावर का प्रबंधन विस्थापितों से आकर बात नहीं करता तो गेट के सामने जंगी प्रदर्शन किया जायेगा वही विस्थापितों के हक - अधिकार दिलाने के समर्थन में चक्काजाम करने व सासन पावर कम्पनी के गेट का बंद करने की भी कार्यवाही आगे की जायेगी ।
उक्त क्रमिक धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष- रानी अग्रवाल, आम आदमी पार्टी के संभागीय पदाधिकारी- संदीप शाह, गोंडवाना गणतंत्रता पार्टी के नेता एवं सरपंच- रूपनारायण सिंह सहित अन्य विस्थापित किसान पीड़ित भारी संख्या में मौजूद रहे ।