बदायूँ के उझानी में 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के बाद विराट दीप यज्ञ में हिस्सा लेती देव कन्याएं




बदायूँ अखिल विश्व गायत्री परिवार के मार्गदर्शन में चल रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा के तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने वर्तमान समस्याओं के निराकरण, सूक्ष्म जग़त के परिशोधन और विश्व शांति की कामना से यज्ञ भगवान को विशेष आहुतियां समर्पित कीं। सायं को विराट दीपयज्ञ हुआ। देवकन्याओं और मातृशक्तियों ने ओम और स्वास्तिक के रुप में सजे 5001 दीप प्रज्जवलित किए झिलमिलाती रोशन आकर्षण का केंद्र रही।
शांतिकुंज हरिद्वार से आए टोली नायक कथा शिरोमणि शशिकांत ने कहा कि यज्ञ से सभ्यता, संस्कृति और संस्कारों को पोषण मिलता है। वहीं यज्ञीय ऊर्जा से जीवाणुओं, विषाणुओं का शमन और जीवनी शक्ति का संवर्धन होता है।ऑल इंडिया  समन्वयक कालीचरन शर्मा ने युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विचार क्रांति से ही मानव में देवत्व का उदय होगा। बच्चों को श्रेष्ठ संस्कार दें और उनकी अद्भुत योग्यताओं और क्षमताओं को व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण में लगाएंे। युवाशक्ति असंभव को संभव बनाने की सामथ्र्य रखती है।उत्तर जोन प्रभारी रामेश तिवारी ने कहा कि आध्यात्मिक चिंतन से उत्कृष्ट और महान बनें। युवा श्रेष्ठ कार्यों से जुड़ें, समाज में फैली बुराईयों को दूर कर गांवों और शहरों को जाग्रत तीर्थ बनाएं।
सहायक टोली नायक बसंती लाल सोलंकी, स्वेन कुमार, चिंताराम नाग, दिनेश पाल ने शक्तिकलश के पूजन के साथ मातृ वंदना, गुरु वंदना की शानदान प्रस्तुति दी। पूर्व प्रधान संतोष सिंह तोमर और सत्यभान अग्हिोत्री ने शक्तिकलश पूजन, विवेक अग्रवाल और अशोक यादव ने अमृत गंगा कुंभ कलश की आरती की। यज्ञ भगवान की भव्य आरती के बाद श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण के लिए गायत्री मंत्र का जप, तप, साधना, स्वाध्याय, संयम, सेवा के अलावा समयदान और अंशदान का संकल्प लिया। आगरा के नरेंद्र सिंह और अमर नाथ ने जूता चप्पल व्यवस्था और स्वच्छता व्यवस्था को संभाला।इस मौके पर उपजोन प्रभारी राधेश्याम श्रीवास्तव, सुरेंद्र पाल सिंह सिसौदिया, सुरेंद्र नाथ शर्मा, बी ज्ञानेंद्र, आर्येद्र यादव, नरेंद्र सिंह, अमर नाथ, अजय, ममता शर्मा, कल्पना मिश्रा, साधना, धीरेंद्र , चंद्रपाल, महेश सक्सेना, अनिल राठौर, ज्ञानेंद्र भारद्वाज आदि मौजूद रहे।शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में चल रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में शक्तिपीठ बदायंू के अनिल प्रकाश गुप्ता ने आदर्श विवाह के महत्त्व को बताया। नत्थू लाल शर्मा, परिब्राजक सचिन देव और भवेश शर्मा ने वेदमंत्रोच्चारण कर आदर्श विवाह संपन्न कराया। गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि कासगंज जिले के ग्राम नगलातारू निवासी दामोदर सिंह पुत्र जयराम सिंह का विवाह उझानी के समीपवर्ती ग्राम फुलासी निवासी राजबेटी पुत्री कालीचरन के साथ संपन्न हुआ। मातृशक्ति बीनू बमनौसी, प्रियंका उझानी, अंजलि सिरकी, मंजू सदाठेर का पुंसवन संस्कार हुआ। हर्षित और आयुष का मुंडन संस्कार भी हुआ। श्री शर्मा ने बताया कि 16 अक्टूबर को यज्ञ की पूर्णाहुति होगी। दीक्षा संस्कार के साथ ही विद्यारंभ संस्कार, उपनयन संस्कार के अलावा अन्य संस्कार भी संपन्न होंगे। बालक राम ने ज्ञान यज्ञ की लाल मशाल तैयार की।