सुपोषण का महत्व उम्र के हर पड़ाव पर है आयु और शारीरिक मानसिक परिश्रम के मुताबिक पोषण तत्वों की मात्रा में बदलाव करना बेहद जरूरी होता है जाने की बदलती उम्र के साथ कैसा होना चाहिए 18 साल की आयु के बाद उम्र के अनुसार आपके आहार में परिवर्तन की आवश्यकता होती है हमारा मेटाबॉलिजम भी उम्र के साथ घटता है और हमारे शरीर में पोषक तत्वों की जरूरतें भी समय के साथ बदलती रहती हैं आयोजक में तीन चरणों में प्रारंभिक मध्य आयु और पोड अवस्था को शुमार किया गया है जब पोषण की बात आती है तब इस में से प्रत्येक चरण की आवश्यकता थोड़ी भिन्न भिन्न हो जाती है हालांकि कुछ आवश्यकता है जो सामान्य रहती है जो सभी उम्र में एक समान ही रहती है लेकिन कुछ आवश्यकता है समय के साथ बदलती रहती है उम्र के साथ आहार हमारे शरीर की संरचना और गतिविधियों के स्तर पर निर्भर करता है एक स्वस्थ आहार की सलाह पुरुषों और महिलाओं के लिए लगभग एक समान है अधिक फल सब्जियां साबुत अनाज फलियां और न खाएं परंतु कुछ पोषक तत्वों की आवश्यकता महिलाओं में और पुरुषों के हार्मोन में अंतर की वजह से बढ़ जाती है हमारा भोजन प्रमुख पोषण तत्वों की दैनिक जरूरतों को पूरा करें जिससे हमारे शरीर का रोग प्रतिरोधक तंत्र मजबूत बना रहे आइए जानते हैं कि आपका खान-पान उम्र के मुताबिक कैसा होना चाहिए
20 से 30 की उम्र में
यह उम्र जीवन की सबसे महत्वपूर्ण और चुनौती भरी डगर होती है जब अनेक लोग अपनी पहली नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे होते हैं और कुछ वक्त शिक्षा प्राप्त कर रहे होते हैं शोध में यह पता चला है कि इस उम्र के लोगों के भोजन में मुख्यतः प्रोटीन आयरन कैल्शियम और फोलिक एसिड की कमी होती है इस समय के दौरान आपकी हड्डियों का घनत्व बन रहा होता है इसी वजह से कैल्शियम आहार का महत्वपूर्ण भाग होना चाहिए 20 हरि पत्तेदार सब्जियां और फल यादी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करती हैं फोलेट डीएनए को बढ़ाने और इसे दुरुस्त करने के लिए जरूरी है पुरुषों और महिलाओं को प्रतिदिन 0.4 मिलीग्राम फोलेस की जरूरत पड़ती है इसके अलावा कुछ विटामिन भी जरूरी होते हैं जिसमें से जरूरी है विटामिन बी जो महिलाएं गर्भवती होना चाहती हैं उन्हें भी विटामिन बी पर अधिक ध्यान देना चाहिए इसके अलावा उन्हें दलिया पालक ब्रोकोली बीज और दालों को अपने आहार में वरीयता देनी चाहिए प्रवेश की महिलाओं को एक मल्टी विटामिन डी लेना चाहिए जो 04 से एक मिलेगा फोलिक एसिड की आपूर्ति करें इसके लिए आयरन भी आवश्यक होता है आयरन अच्छे मोटापा लेज के लिए जरूरी है आयरन शरीर में रक्त को बढ़ाता है दाल सोयाबीन किसमिस आयरन के अच्छे स्रोत हैं 30 साल की उम्र में मांस पेशियों में उम्र से संबंधित क्षति की शुरुआत होने लगती है और मेटाबॉलिक धीमा होने लगता है इस वजह से कैलोरी की आवश्यकता कम होने लगती है अगर हम संतुलित आहार नहीं लेंगे तो वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।
30 से 40 के बीच की उम्र
इस उम्र के मध्य में अत्यधिक चिकनाई युक्त खाद्य पदार्थ स्टार्च युक्त खाद्य पदार्थ नामक मिठाई मीठे पेय पदार्थ अत्यधिक वसा और बहुत ज्यादा कैलोरी वाली वस्तुओं को कभी-कभार ही लेना चाहिए इसको ज्यादा नहीं खाना चाहिए फाइबर युक्त भोजन ले सब्जियों में फाइबर पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है खाद्य पदार्थों के ऊपर से नमक ना डाले प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं प्रतिदिन 50 से 60 ग्राम प्रोटीन ले अधिक वसा मैदा मीठा और ज्यादा नमकीन खाद्य पदार्थ खाने से आगे चलकर हाई ब्लड प्रेशर डायबिटीज और आज भी से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
40 से 50 के बीच
40 से 50 की उम्र के बीच अधिकतर लोगों के वजन बढ़ने हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग होने का जोखिम बढ़ जाता है अपने वजन को संतुलित करने के लिए और हड्डियों को मजबूत रखने के लिए प्रतिदिन व्यायाम करें भोजन की मात्रा को कम करके उसके गुणवत्ता पर अधिक ध्यान दें तला हुआ खाना और ज्यादा मिर्च मसाले वाला खाना कम करें भोजन समय से करें अगर शराब या सिगरेट का सेवन करते हैं तो इन लोगों को बंद कर दें खाने में तेल और नमक का इस्तेमाल कम से कम करें जिससे आपका शरीर स्वस्थ और मजबूत रहेगा और आने वाली बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी।
लेखक -सुभदा भनोत