हमारा पड़ोसी कितना कमाता है कितने स्कूल से रहता है अक्सर लोग दूसरे से अपनी तुलना करके अपने आप में हीन भावना का शिकार हो जाते हैं इसलिए हमें अपनी तुलना किसी से नहीं करनी चाहिए अपना आसमान अलग बनाएं तभी आप सही मायनों में कामयाब इंसान बन सकते हैं दूसरों की कमियां निकालने की बजाय आप अपनी कमियों पर फोकस करेंगे तो आपने लिखा आएगा ही आएगा इसलिए दूसरों से कभी भी अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए और अपने आपको नीचा महसूस नहीं कराना चाहिए तुम अपने आप में जैसे भी हो एक विशेष व्यक्ति हो और दुनिया में सबसे अलग हो।
हमेशा सकारात्मक रहे
जब भी आपको दूसरों से कोई मदद मांगने हो या कोई सलाह लेनी हो या कोई प्रोडक्ट अथवा सर्विस बेचनी हो तो आप उसके बारे में सकारात्मक बातें बताएं अपने प्रोडक्ट की तुलना या कमियों का बयान तक न करें जब तक सामने वाला व्यक्ति आपके सामने प्रशनन्दीप दिखा प्रोडक्ट का उदाहरण न रखें तब तक आप इन चीजों को नजरअंदाज करें लेकिन जब सामने वाला आपके सामने एक पसंदीदा कर देता है तब आप अपने बचाव में अपने आपको से बेहतर साबित कर सकते हैं।
यह मान लें कि आप किसी से कम नहीं है।
कई बार आप खुद ही अपने मन में धारणा बना लेते हैं कि आप दूसरों से कमजोर हैं अगर आपके मन में यह भावना आ गई तो आप दूसरों के सामने जाने या अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने में लगने लगेंगे यह प्रति तरक्की की सबसे बड़ी दुश्मन होती है इसलिए दूसरों से खुद की तुलना ना करें आप जैसे भी हैं सर्वशक्तिमान है।
अपने आपको दूसरों जैसा बनाने की कोशिश ना करें
मान लीजिए आप खाना बनाने में अच्छी तरीके से माहिर हैं और घर के सभी सदस्य आपके हाथ का बनाया खाना खाकर उंगलियां चाटने लगते हैं लेकिन जिन से तुलना करके आप परेशान हो रहे हैं हो सकता है वह अच्छे लेखक हो मगर भोजन अच्छा नहीं बना पाते हैं यह सत्य है इसलिए आप जैसे भी है अपने आप में बेहतर है और वैसे ही रहिए हर व्यक्ति में अपनी एक विशेषता होती है आप में भी है।
आप अपनी उपलब्धियों के बारे में सोचें ना कि कमियों के बारे में
दूसरों ने बहुत कुछ हासिल किया है और आपने कुछ भी नहीं किया है यह सोचना गलत है हर व्यक्ति अपने जीवन में सैकड़ों छोटी बड़ी उपलब्धियां जरूर हासिल करता है आप घर का खर्च ठीक से चला पा रहे हैं आप सेहतमंद है आपके पास छोटा सा मकान यानी सर छुपाने की जगह है आपके बच्चे पढ़ लिख रहे हैं और अच्छे हैं आपको अच्छी नौकरी मिल चुकी है तो आप सारे दूसरे लोगों से कहीं बेहतर हैं यह बात आप अपने दिमाग में बिठा कर रखें।
आप हमेशा शिकायतें रवैया ना रखें
कई बार आप अपने किसी संबंधी या दोस्त से इस बात पर लड़ लेते हैं कि वह आपका साथ नहीं देता है जितनी जल्दी हो सके आप अपने अंदर से यह शिकायती स्वभाव को बदल दे दूसरों की कमियां निकालने के बजाय आप अपनी खुद की कमियों पर ध्यान दें जिससे आप एक बेहतर इंसान बन सकते हैं
अपनी कमियों को दूर करें
जब भी आप दूसरे से खुद को कमजोर या कमतर समझकर उदास होने लगे तो अपने किसी खास दोस्त से बात करें उसे पूरी ईमानदारी के साथ अपनी अच्छाइयां और बुराइयां और कमजोरियां बताने को कहें इससे आप हकीकत में अपनी कमियों को जान सकेंगे क्योंकि आपका प्यारा दोस्त आपके बारे में झूठ नहीं बोलेगा इससे आप अपनी वास्तविकता से परिचित होंगे और दोस्त से हुई इस बातचीत का फायदा उठाते हुए आप अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश करें जो आप कर सकते हैं।
अंजू जैन की रिपोर्ट