नोएडा के जिला सरकारी अस्पताल सेक्टर 30 में शायद इन दिनों मरीजों के लिए बेड कम पड़ रहे हैं तभी मरीजों को फल विचार किया जा रहा है यह कोई नई बात नहीं है ऐसी घटनाएं सरकारी अस्पतालों में देखना आम बात है लेकिन तभी हम बात खास बन जाती है जब इस पर एक बीआईपी की दरअसल कल सेक्टर 30 के जिला अस्पताल में पहुंची राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने इसी मंजर को अपनी आंखों से देख लिया उससे नाराज होकर विमला बाथम ने प्रशासन अस्पताल प्रशासन इस दौरान अस्पताल में मौजूद समस्या के बारे में मौजूदा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग भार्गव से बात की तो उन्होंने तुरंत ही इस पर जांच के आदेश दे दिए हैं राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने बताया कि जिला अस्पताल में मरीजों को फर्श पर ले जाकर इलाज करना बहुत ही दुखद घटना है किस वजह से है जिस कारण से मरीजों को फर्श पर लिटा कर इलाज किया जा रहा है इसका जवाब अस्पताल प्रबंधन से मांगा गया है इस मामले में सीएमओ डॉ अनुराग भार्गव ने बताया कि इस लापरवाही के लिए अस्पताल कर्मियों को फटकार भी लगाई गई है साथ ही आदेश दिए गए हैं कि किसी भी मरीज को जमीन पर नहीं ले जा सकते और व्हीलचेयर और स्ट्रेचर पर ही वार्ड में ले जाएं जिसके बाद अस्पताल की व्यवस्था एकदम चाक-चौबंद हो गई लेकिन यह व्यवस्था कब तक सुचारू ढंग से चलेगी यह तो देखने का विषय है लेकिन फिलहाल के लिए तो मरीजों को थोड़ी राहत जरूर मिली है
नोएडा के जिला अस्पताल में फर्श पर हो रहा था मरीजों का इलाज महिला आयोग के अध्यक्ष के पहुंचने पर हरकत में आए प्रशासन ने तुरन्त बदली व्यवस्था
नोएडा के जिला सरकारी अस्पताल सेक्टर 30 में शायद इन दिनों मरीजों के लिए बेड कम पड़ रहे हैं तभी मरीजों को फल विचार किया जा रहा है यह कोई नई बात नहीं है ऐसी घटनाएं सरकारी अस्पतालों में देखना आम बात है लेकिन तभी हम बात खास बन जाती है जब इस पर एक बीआईपी की दरअसल कल सेक्टर 30 के जिला अस्पताल में पहुंची राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने इसी मंजर को अपनी आंखों से देख लिया उससे नाराज होकर विमला बाथम ने प्रशासन अस्पताल प्रशासन इस दौरान अस्पताल में मौजूद समस्या के बारे में मौजूदा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग भार्गव से बात की तो उन्होंने तुरंत ही इस पर जांच के आदेश दे दिए हैं राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने बताया कि जिला अस्पताल में मरीजों को फर्श पर ले जाकर इलाज करना बहुत ही दुखद घटना है किस वजह से है जिस कारण से मरीजों को फर्श पर लिटा कर इलाज किया जा रहा है इसका जवाब अस्पताल प्रबंधन से मांगा गया है इस मामले में सीएमओ डॉ अनुराग भार्गव ने बताया कि इस लापरवाही के लिए अस्पताल कर्मियों को फटकार भी लगाई गई है साथ ही आदेश दिए गए हैं कि किसी भी मरीज को जमीन पर नहीं ले जा सकते और व्हीलचेयर और स्ट्रेचर पर ही वार्ड में ले जाएं जिसके बाद अस्पताल की व्यवस्था एकदम चाक-चौबंद हो गई लेकिन यह व्यवस्था कब तक सुचारू ढंग से चलेगी यह तो देखने का विषय है लेकिन फिलहाल के लिए तो मरीजों को थोड़ी राहत जरूर मिली है