भाजपा जिस रफ्तार से तरक्की कर रही है उसी गति से पार्टी के नेताओं की लोकप्रियता भी बढ़ रही है पार्टी के ऐसे चेहरे जो टीवी और अखबारों में दिखते हैं उन्हें पहचानने वाले हर जगह मिल जाते हैं और चाहे अनचाहे वह नेता वीआईपी हो ही जाते हैं कुछ दिनों पहले भाजपा के एक प्रवक्ता एयरपोर्ट पर थे तो सुरक्षा जांच के वक्त सुरक्षाकर्मियों ने उनसे टिकट के लिए पूछा भाजपा नेता ने अपनी जेब से निकालकर टिकट सुरक्षाकर्मी के हाथ में थमा दिया तो सुरक्षाकर्मी ने कहा कि मुझे यह टिकट नहीं बल्कि चुनाव का टिकट चाहिए नेताजी ने बड़ी मुश्किल में उससे पीछा छुड़ाने के लिए वादा कर दिया और वहां से खिसक गई लेकिन तब तो हद ही हो गई जब वह सुरक्षाकर्मी अपना बायोडाटा साथ में लेकर नेताजी के कार्यालय में पहुंच गया बताते हैं कि खासतौर से पार्टी प्रवक्ताओं के लिए अब देश में कोई भी जगह ऐसी नहीं है जहां उन्हें पहचानने वाले और सेल्फी लेने वाले ना मिल जाए अब तो पार्टी के सभी प्रवक्ता वीवीआइपी हो ही गए हैं