अमेरिका जैसे-जैसे समय बदलता जा रहा है वैसे-वैसे साइंस और दुनिया धमकी के रास्ते पर अग्रसर है जिसके तहत यहां तक अब लोग अपने घर भी इको फ्रेंडली बना रहे हैं जिस पर ना तो भूकंप का कोई असर होगा और ना ही भयंकर आंधी तूफान का या इतना मजबूत और टिकाऊ है साथी इको फ्रेंडली वी बताते चलेगी अमेरिका के सिएटल शहर की जियोशिप कंपनी ने ऐसे घर बना रही है जो इको-फ्रेंडली हैं कंपनी ने बीते एक दशक में आई कई प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान के बारे में रिचार्ज करके ऐसे घर तैयार कर रही है जो देखने में एक शिविर जैसे घर भरते हैं लेकिन काफी टिकाऊ और मजबूत हाय इस तकनीकों को तैयार करने वाले इंजीनियर मॉर्गन बायर्सचेंक हैं। और वे बायोसेरेमिक से डोम को बनाते हैं। बताते चलें किबायोसेरेमिक खनिजों से बनने वाला लचीला पदार्थ है। यह बड़े शहरों के जल शोधन संयंत्र (वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट) से मिल जाता है। इस पदार्थ का इस्तेमाल बीते कुछ सालों से से कृत्रिम हडि्डयां और दांतों को बनाने में किया जा रहा है। मॉर्गन इसी को घर बनाने मैं इस्तेमाल करते हैं। बायोसेरेमिक से बने यह घर न केवल रसायन मुक्त हैंजियोशिप ने विश्लेषण में पाया कि पिछले कुछ वर्षों से में लोगों में बेहतर घर की तलाश बढ़ी है। इसलिए लोग कम बजट में घर खोज रहे हैं, भले ही वह छोटे हों। छोटे घरों का फायदा यह होता है कि यह भूकंप के दौरान जल्दी गिरते नहीं है इसी आइडिया के आधार पर बीते दो साल से जियोशिप इस तरह डोमनुमा घर बना रही है। कंपनी का का दावा है कि डोम को खरीदकर लोग घरों की कीमत पर खर्च होने वाली रकम का 50% तक बचा सकते हैं। जियोशिप बड़े पैमाने पर डोम घरों का निर्माण कर रही है। खास बात यह है कि इस तरह के मकान बनाने में प्रयोग होने वाले सामान को ट्रकों में भरकर कहीं भी ले जा जा सकता है और वहां पर आसानी से ऐसे मकान तैयार किए जा सकते हैं इसके अलावा ऐसे मकानों को बनाने वाली कंपनी या सुविधा देती है कि आप अपने मकान को कहीं पर भी ले जाकर शिफ्ट कर सकते हैं जिसमें कोई खास मेहनत नहीं करनी होती जबकि आप अपने पक्के मकानों को इस तरीके से दूसरी जगह शिफ्ट नहीं कर सकते एक तरीके से अगर देखा जाए तो इको फ्रेंडली घर आने वाले समय में आपके और हमारे लिए बेहद उपयोगी होने वाले हैं