नोएडा के जिला सरकारी अस्पताल अस्पताल के कर्मचारियों की मनमानी और तानाशाही दिन पर दिन बढ़ती जा रही है कल तो हद ही हो गई लोगों के लिए खोली गई और ओपीडी को 11:00 बजे ही बंद कर दिया गया और किसी को भी ओपीडी समय से पहले बन्द करने का कारण नही बताया जिससे नाराज मरीजों ने अस्पताल में हंगामा काटना शुरू कर दिया ।
मिली जानकारी के अनुसार नोएडा के सेक्टर 30 स्थित जिला सरकारी अस्पताल में गुरु द्रोणाचार्य मेले के कारण स्थानीय अवकाश की घोषणा के चलते सरकारी अस्पताल में ओपीडी को 11:00 बजे बंद कर दिया गयाऔर उसके बाद डॉक्टर भी मरीजों को देखने से इंकार करने लगे जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया मरीजों के हंगामे के बाद अस्पताल में तैनात सुरक्षा गार्ड ओपीडी में इकट्ठा हो गए और उन्होंने जबर्दस्ती मरीजों को ओपीडी से बाहर खदेड़ दिया जिसके बाद गुस्साए मरीजों ने सरकारी अस्पताल के कर्मचारियों के खिलाफ गेट पर ही नारेबाजी शुरू कर दी मरीजों का आरोप है कि डॉ अपनी मर्जी मनमर्जी चलाते हैं और जब चाहा मरीजों को देखा और जब चाहा उठकर चले गए ।
वहीं अस्पताल प्रशासन से बात करने पर मालूम हुआ है कि ओपीडी नियम के विरुद्ध बंद नहीं की गई थी अस्पताल को जिला प्रशासन की ओर से गुरु द्रोणाचार्य मेले पर स्थानीय अवकाश की सूचना देर से प्राप्त हुई इसलिए सुबह आने वाले मरीजों को देखने के बाद 11:00 बजे ओपीडी बंद कर दी गई लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर मरीजों को इस बात की जानकारी क्यों नहीं दी गई कि ओपीडी आखिर किस कारण से बंद की जा रही है मरीजों ने बताया कि अस्पताल प्रशासन से पूछने पर कोई सही जवाब नहीं मिला और अस्पताल कर्मी धमकाने लगे और कहने लगे कि मुझे पता नहीं है क्यों बंद की जा रही है लेकिन मैं बंद कर रहा हूं और जो भी करना है वह कर लो इस बात से नाराज होकर कुछ मरीज बिगड़ गए और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ हंगामा काटने लगे।