ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सरकारी बसें नियमों की अवहेलना करते हुए अपनी मनमर्जी से कहीं पर भी सवारिया उठाने लगते हैं और कहीं पर भी उतारने लगते हैं जिसके कारण आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं लेकिन इस बात से बेपरवाह ड्राइवर अपनी मनमर्जी से अपनी गाड़ी चलाते रहते हैं।
लेकिन इस बात पर लेकर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है और आप जगह-जगह लोकल सवारियां बैठाने वाली लगभग दर्जनों बसों का परमिट रद्द हो सकता है क्योंकि जिलाधिकारी ने उनकी सूची बनाकर परिवहन आयुक्त को भेज दी है वह सभी बसें एक्सप्रेस वे पर सवारियां उतार ते और चढ़ाते हुए पकड़ी गई थी गौतम बुध नगर के जिलाधिकारी वीएन सिंह ने पत्र लिखकर कहां है कि परिवहन आयुक्त को परमिट की शर्तों का उल्लंघन कर बसों का संचालन कर फुटकर सवारियां उतार ना और चढ़ाना नियम के विरुद्ध है इसके संचालक से उत्तर प्रदेश परिवहन को नुकसान उठाना पड़ता है और कई स्थानों पर जाम लग जाता है जिसके कारण आए दिन सड़कों पर दुर्घटनाएं होती रहती है।
लेकिन इन सब से अनजान उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के बस कर्मचारी मनमाने तरीके से कहीं पर भी बस को रोककर लोकल सवारियां भरने लगते हैं और कहीं पर भी उन सवारियों को उतार देते हैं जबकि यह नियम के विरुद्ध है उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने सवालों को बस में चढ़ाने और उतारने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के बस स्टॉप बनवाए हैं जबकि ड्राइवर उनका उपयोग नहीं करते हैं कई बार तो ऐसा सुनने में आता है कि ड्राइवर बस स्टॉप पर गाड़ी नहीं रुकते हैं और आगे जाकर रोकते हैं या वहां रुकते ही नहीं है जिससे वह खड़ी सवारी को परेशान होना पड़ता है अगर इस बात की शिकायत सवारी ड्राइवर से करती है तो ड्राइवर उससे झगड़ने तक को तैयार हो जाते हैं