नई दिल्ली अभी कुछ दिनों पहले दिल्ली में एक मामला चर्चा में आया था जिसमें एक मकान मालिक ने एक किराएदार को किराया नहीं देने के एवज में गोली मार दी थी लेकिन जब पुलिस ने छानबीन की तो मामला कुछ अलग ही नजर आया जिसमें किराएदार ने अपने भाई की मदद से खुद को गोली मार ली थी जिससे उसे किराया ना देना पड़े पुलिस की छानबीन में यह मामला सामने आया है हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है यह तो जांच पूरी होने के बाद ही पता चल पाएगा लेकिन आपको बताते चलें कि मामले की जानकारी होने पर जब मौके पर पहुंची पुलिस को घायल किराएदार की बातों पर कुछ शक हुआ तो उससे सख्ती से पूछताछ की जिसमें उसने खुद को गोली मारने की बात कबूल कर ली उसके बाद पुलिस ने इस षड्यंत्र में अपने भाई का साथ देने के आरोप में पुलिस ने उसके भाई को भी गिरफ्तार कर लिया है डीसीपी ने मीडिया को बताया कि यह फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वाला सुमित बढ़ाना और उनके भाई नवीन बढ़ाना को शास्त्री नगर स्थित बहन के घर से गिरफ्तार कर लिया गया है नवीन पर साजिश में साथ देने का आरोप लगाते हुए पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी भी कर ली है बताते चलें कि यह दोनों भाई गुड़गांव के रहने वाले हैं और दिल्ली में पीजी का कारोबार करते हैं जिसमें वह लोगों को किराए पर कमरे देते हैं लेकिन कुछ समय से उनका पीजी का यह कारोबार थोड़ा मंदा चल रहा था जिसके कारण वह अपने मकान मालिक को एक साथ किराया नहीं दे पा रहा था जिसके दो चेक बाउंस हो गए थे इस बात से नाराज मकान मालिक का बेटा लगातार उनसे किराया मांगने पहुंचता था जिससे नाराज होकर सुमित ने 22 अगस्त से 10 दिन पहले राजस्थान के रहने वाले एक परिचित से एक पिस्टल मंगवाई जिसके बाद साजिश रच कर उसने खुद को गोली मारी और मकान मालिक के बेटे पर गोली मारने का झूठा आरोप मढ़ दिया जिसके बाद उसने खुद ही पुलिस को सूचना दी किराएदार सुमित की शिकायत पर जब पुलिस ने जांच शुरू की तो उनकी बातें संदिग्ध लगी क्योंकि पुलिस ने जब मुझसे लगातार पूछना शुरू की तब वह बार-बार अपने बयान बदलता रहा जिस पर पुलिस को शक हुआ और उसने सख्ती से पूछताछ शुरू की तब पूरे मामले का खुलासा हो सका जिसमें उसने स्वीकार किया कि उसने ही किराए देने से बचने के लिए खुद को गोली मार कर मकान मालिक को फंसाने का षड्यंत्र रचा था