आने वाले दिनों में देश में दो बड़े अभियान चलाने की योजना सरकार ने तय कर दी है जिसमें कुपोषण के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा वही गांधी जयंती के अवसर पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही प्लास्टिक पर भी चोट करने की तैयारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर ली है उन्होंने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में लोगों से इन दोनों मुद्दों पर सहयोग करने की अपील की है आपको बताते चलें कि देश में मौजूदा हालात में रोजाना लगभग 26000 टन प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है जो हमारे पर्यावरण और हमारे जीवन के लिए काफी खतरनाक है अक्सर देखने में आया है कि घर के कूड़े के साथ लोग अपने दैनिक कार्यों में प्रयोग की गई पन्नियां भी कचड़े में कचरे में फेंक देते हैं जिसको खाने से गाय आदि सभी जानवर बीमार पड़ जाते हैं और उनकी मौत हो जाती है पीएम मोदी ने बताया कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए 2010 में गुजरात में अन्नप्राशन संस्कार के अवसर पर बच्चों को पोषण तत्वों से भरपूर भोजन देने पर विचार किया गया था जिसके बाद अन्य कई राज्यों में यह अभियान चलाया गया जिसका रिजल्ट बेहद अच्छा निकला उन्होंने बताया कि पोषक तत्वों के बारे में बारे में जानकारी नहीं होने के कारण अक्सर लोगों के परिवार कुपोषण से प्रभावित हो रहे हैं अगर देश का प्रत्येक नागरिक किसी एक भी परिवार को कुपोषण से बाहर निकालने में हमारी मदद करेगा तो यह देश की मदद होगी और मदद करने वाले व्यक्ति को अच्छा भी लगेगा क्योंकि दूसरों की मदद करके हमें खुशी का अनुभव होता है और आपके इस एक छोटे से योगदान से देश को इस गंभीर समस्या से लड़ने में मदद मिल सकती है उन्होंने कहा कि कुपोषण एक चुनौती है जिससे निपटने के लिए सभी देशवासियों को आगे आना होगा और हमें अपने देश को इस कुपोषण रूपी दानव से बचाना होगा