भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों तनातनी का माहौल व्याप्त है कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद पाकिस्तान निरंतर अन्य देशों से बात कर भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा था लेकिन भारत की रणनीतिक कौशल के आगे पाक की नापाक हरकत सभी के सामने आ गई और किसी भी देश में इस मुद्दे पर उसकी मदद करने से साफ इनकार कर दिया इसके बाद पाकिस्तान ने भारत को परमाणु हमले की धमकी देनी शुरू कर दी थी लेकिन जब उनकी धमकी का भारत पर कोई असर नहीं पड़ा तो जल्द ही उनकी हेकड़ी निकल गई और पाकिस्तान शातिराना पैंतरा बदलते हुए भारत से बातचीत की अपील करने लगा ।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने बीबीसी उर्दू में प्रसारित एक इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान ने कभी भी लड़ाई करने की नीति नहीं अपनाई है और हमेशा ही वह शांति को तवज्जो देता आया है हालांकि उसकी बात में कितनी सच्चाई है यह तो जगजाहिर है लेकिन उन्होंने कहा कि परमाणु हथियार संपन्न दोनों पड़ोसी देश युद्ध का खतरा नहीं उठा सकते हैं कश्मीर मुद्दे से निपटने के लिए युद्ध कोई विकल्प नहीं है अब पाकिस्तान को कौन समझाए कि भारत भी युद्ध के लिए उतावला नहीं है लेकिन एक बात तय है कि भारत के प्रधानमंत्री जरा दूजे किस्म की मिट्टी के बने है इशलिये पाक को भी अपनी हरकतों से बाज आना चाहिए और यदा-कदा भारत के खिलाफ षड्यंत्र करना बंद करना चाहिए और एक अच्छे पड़ोसी की तरह रहना चाहिए जिससे आने वाले समय में युद्ध और विनाश की स्थिति का सामना ना करना पड़े ।